लखनऊ(सवांददाता)। 14 सितंबर को पीजीआइ थाना क्षेत्र में बरौना के निकट सेंवई रोड पर गोसाईगंज स्थित यूको बैंक में कैशियर पद पर तैनात 40 वर्षीय राहुल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी , इस मामले का खुलासा करने में जुटी लखनऊ पुलिस को आज बड़ी सफलता मिली है | पुलिस ने आज इस हत्याकांड में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इस मामले के खुलासे के बाद आज सहायक पुलिस अधीक्षक थाना पीजीआई में प्रेसवार्ता के दौरान अभियुक्तों के गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में जानकारी दी | पुलिस के अनुसार आरोपितों ने भाड़े के शूटरों से राहुल की हत्या कराई थी। इस हत्या का कारण था सूचना के अधिकार द्वारा अभियुक्त लोकेन्द्र की फर्जी मार्कशीट की कलई खुलने का | दरअसल लोकेन्द्र शिक्षा विभाग में फ़र्ज़ी मार्कशीट के आधार पर नौकरी कर रहा था, और मृतक के पिता ने इसके विरुद्ध सूचना मांगी थी | इसी रंजिश को मानते हुए अभियुक्त ने अजयपाल के बेटे की हत्या करवा दी थी |
पलिस ने बताया कि पकड़े गए लोगों में निहाल खेड़ा मजरा धनकोली थाना विहार उन्नाव निवासी लोकेंद्र प्रताप सिंह, मानवेंद्र प्रताप सिंह, तेजबहादुर सिंह और अनिल शामिल हैं। जिन लोगों ने वारदात को अंजाम दिया था उनमें गुड्डू उर्फ दीपक भी था। वह यहां सेक्टर नौ वृंदावन कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे। बदमाशों ने राहुल के पीठ में गोली मारी थी।
मूलरूप से उन्नाव के धनकुआं निवासी अजयपाल सिंह के बेटे राहुल रोज की तरह उस दिन भी यूको बैंक गए थे। शाम को बैंक बंद होने के बाद वह बाइक से नहर के रास्ते घर लौट रहे थे। इसी बीच बरौना के पास पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी | इसके बाद बदमाश वहां से भाग निकले। चरवाहों ने वारदात की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी। जानकारी पाकर गोसाईगंज की पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन घटना स्थल पीजीआइ होने के कारण इस मामले से उसने किनारा कर लिया | इसके बाद इंस्पेक्टर पीजीआइ रवींद्र नाथ राय घटना स्थल पर पहुंचे और इस घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी, जिसके बाद सीमा विवाद हल हो सका था | मृतक की एक पांच साल की बेटी अवनी है। परिवारीजनों ने बताया कि राहुल एयरफोर्स से सेवानिवृत थे। करीब ढाई साल पहले उन्होंने यूको बैंक में नौकरी की थी।