लखनऊ (सवांददाता) महिला सुरक्षा के नाम पर विफल भाजपा सरकार आज फिर एक बार क़ानून व्यवस्था के मामले में कटघरे में खड़ी हुई नज़र आ रही है| महिला सुरक्षा के नाम पर सरकार बड़े-बड़े दावे तो कर रही है लेकिन महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है| आज गोण्डा की एक दुष्कर्म पीडि़ता ने परिवार के सदस्यों के साथ विधान भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। जिसके बाद पीडि़ता का आरोप था कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उसे गोण्डा में न्याय नहीं मिला।
सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का परिवार सहित आत्मदाह का प्रयास बताता है कि पुलिस बेलगाम हो चुकी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिए गए निर्देश के बावजूद जनता के साथ न्याय नहीं किया जा रहा है | गोण्डा के करनैलगंज क्षेत्र की दुष्कर्म पीडि़ता ने अपने पति व बेटे के साथ विधान भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। पीडि़त महिला ने गांव के शंकर दयाल उर्फ बब्लू और श्याम कुमार उर्फ बुधई पर जादू-टोने के नाम पर सामुहिक दुष्कर्म किये जाने का आरोप लगाया है। इस प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है।
पीड़िता का कहना है कि मुख्यमंत्री के साथ ही राज्यपाल तथा डीजीपी पुलिस के कार्यालय में वह पत्र के माध्यम से अपनी पीड़ा व्यक्त कर चुकी है। इस महिला ने आरिपितों पर समझौते का दबाव बनाने और परिवार को जान से मारने की धमकी का भी आरोप लगाया है।