मंदिर निर्माण मामले में क्या शिवसेना भाजपा से निकल सकती है आगे ?
लखनऊ (सवांददाता) शिवसेना सांसद के साथ-साथ शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने अयोध्या में आज प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया | उन्होंने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि कल दोपहर दो बजे शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे अयोध्या पहुंचेंगे और लक्ष्मण किला में आयोजित सम्मान समारोह में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि 2014 में भाजपा को केंद्र में सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत मिला था। अगर सरकार चाहती तो पिछले चार वर्षों में राम मंदिर निर्माण के लिए काफी कुछ कर सकती थी ।
उन्होंने बताया कि उद्घव ठाकरे जी का कहना है कि फिर 2019 में राम मंदिर के नाम पर वोट नहीं मांगेंगे। राम मंदिर मामले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। हालाँकि उनकी कथनी और करनी में फर्क़ इसलिए देखा जा रहा है, क्योकि वो खुद भी अयोध्या ऐसे समय में आ रहे है कि जब लोकसभा चुनाव बेहद नज़दीक है | अगर ये कहा जाये कि वो भाजपा को राममंदिर निर्माण के मामले पर खुद ही कैश करने देना नहीं चाह रहे है | ज़ाहिर है कि इस समय राममंदिर मुद्दे पर शिवसेना के बोलने से उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है | अगर इसी तरह की शिवसेना भाजपा के विरुद्ध हवा तैयार करने में सफल हो जाती है तो भाजपा के लिए आने वाला चुनाव संकट से भरा हुआ होगा |
विहिप के प्रवक्ता ने कहा कि उद्घव ठाकरे एक तीर्थयात्री की तरह अयोध्या आएंगे। उनका मकसद देश की सरकार व हिंदू समाज को संदेश देना है। शिवसेना अब राम मंदिर के लिए और इंतजार नहीं कर सकती। उन्होंने दावा किया कि अगर केंद्र सरकार संसद में कानून लाती है तो 400 से ज्यादा सांसद इसका समर्थन करेंगे।