लो भाई महंगाई डायन को अब सरसों के तेल का तड़का
अली हसनैन आब्दी फ़ैज़
सरसों के तेल के दाम जहां 15 से 20 रुपये तक बढ़े हैं वहीं रिफाइंड ने भी पांच से दस रुपये की छलांग लगाईं है | व्यापारियों का कहना है कि सरसों के तेल की क़ीमत में इज़ाफ़ा इसलिए हुआ है क्योंकि बहार से आने वाले तेल की कीमतों में वृद्धि हो गई है |
128 से 145 रुपये प्रति लीटर पहुंचा दाम
सरसों के तेल अचानक आए उछाल ने आम ग्राहकों की कमर तोड़नी शुरू कर दी है। किराने की दुकान पर जोे ब्रांडेड सरसों का तेल 128 से 132 रुपये लीटर बिक रहा था वह बुधवार की सुबह 145 रुपये तक पहुंच गया। सरसों के तेल में अचानक आए उछाल ने आम ग्राहकों की कमर तोड़नी शुरू कर दी है। किराने की दुकान पर जोे ब्रांडेड सरसों का तेल 128 से 132 रुपये लीटर बिक रहा था वह बुधवार की सुबह 145 रुपये तक पहुंच गया।
लाकडाउन के वक्त सरसों का तेल 105 रुपये लीटर था जो अब 150 रुपये पर पहुंचने वाला है। यही हाल पाम आयल का भी है। 85 से बढ़कर 115 पर पहुंच गया है।
पीली सरसों जहां 4000 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच चुकी है तो वहीं काली सरसों के दाम 2500 से बढ़कर 3500 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। इस वजह से तेल के दामों में काफी बढ़ोतरी हाे रही है।
15 लीटर वाली सरसों के तेल की टीन इस समय 1850 से 1900 रुपये में पहुंच गई है, एक महीने पहले इसके दाम 1690-1750 तक थे। वहीं 1400-1480 में बिकने वाला रिफाइंड भी 1590 रुपये में मिल रहा है।
महंगाई ने आम आदमी का जीना मुहाल हो गया है। बाजार में खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। अब सरसों के दामों में रिकॉर्ड तोड़ उछाल आया है।
बाजार में सब्जी, टमाटर और खाद्य पदार्थों से लेकर पेट्रो पदार्थों के दामों में वृद्धि हुई है। आम जनता महंगाई से जूझ रही है। सीमित वेतन में लोगों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में खाद्य तेल भी महंगे हो गए हैं।
जैसे ही सरसों के दामों में तेजी आई है वैसे ही खल की कीमतों में भी इजाफा हो गया है। खल के दाम बढ़ने से पशु पालकों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। पशु पालक गोपी यादव मीठे नगर मलिहाबाद ने बताया कि पशुओं का चारा पहले से ही महंगा है अब खल के दाम बढ़ने से दिक्कतें आएंगी। सर्दी के मौसम में पशुओं को अतिरिक्त सरसों खली की मात्रा दी जाती है ताकि उनको जाड़ा कम लगे ऐसे में पशुपालक परेशान हैं क्योंकि सर्दियां शुरू हो चुकी हैं |
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