लखनऊ (सवांददाता) भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व में हुए उप चुनाव में अपनी हार के बाद महसूस किया कि आने वाले लोक सभा चुनाव 2019 में जीत सुनिश्चित करने और संगठन को मजबूत करने के लिए कोई रणनीति बनना आवशयक है, शायद इसीलिए भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसके लिए संगठन में तेजी से बदलाव हो रहा है। सभी जिलों में नए प्रभारी बनाये जाने के बाद पार्टी अब सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त करेगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने प्रभारियों की तैनाती के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। इसके लिए संगठन से लेकर राज्यसभा, विधान परिषद और विधानसभा सदस्यों को भी जिम्मेदारी सौंपने की योजना है। भाजपा के लिए 2014 के चुनाव में दिल्ली में सरकार बनाने में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा सहयोगी बना। यहां 80 सीटों में 71 भाजपा और दो सीटें सहयोगी अपना दल को मिली थीं। पिछली चार और पांच जुलाई को काशी से लेकर ब्रज क्षेत्र तक चुनावी मुहिम शुरू करने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ताओं के लिए 74 सीटें और हर बूथ पर 50 फीसद से ज्यादा वोट हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश महामंत्री इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी सेना तैयार कर रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों की शुरुआत हो गयी है। प्रदेश के सभी जिलों में नए प्रभारी घोषित करने के बाद अब लोकसभावार प्रभारियों की तैनाती होगी। प्रभारियों की तैनाती के पीछे मंशा यह है कि हर लोकसभा में समन्वय बना रहे। इन प्रभारियों पर बूथ स्तर तक 50 फीसद से ज्यादा वोट हासिल करने के लिए सांगठनिक सक्रियता की जिम्मेदारी होगी।