लखनऊ (सवांददाता) राम लला हम आएंगे मंदिर वही बनाएंगे का नारा आज भी भारतीय लोगों के कान में गूंज रहा हैं | ये अलग बात हैं कि सरकार ने एससी/एसटी एक्ट संशोधन बिल पास करवा दिया लेकिन राम मंदिर मामले पर लोगों को धोका दिया हैं | साधू-संत और रामचंद्र जी से आस्था रखने वाले भाजपा से सख्त नाराज़ हैं | भाजपा इस मुद्दे को जीवित रखने के लिए सर्वोच्च न्यायालय पर इस मामले को लटकाये हुए हैं | अब भाजप का नारा ”राम लला हम आएंगे मंदिर वही बनायेगे” नहीं बल्कि ”सबका साथ सबका विकास” हो चुका हैं | आगामी 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र साधू-संतों को मानाने के लिए अब भाजपा के शीर्ष नेता फिर उसी पुरानी राह पर चल पड़े हैं | इसी मामले को लेकर आज डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि राम मंदिर भाजपा के लिए मुद्दा नहीं बल्कि आस्था है। अयोध्या मामले में 29 अक्टूबर से हर दिन सुनवाई के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर को लेकर गरमायी राजनीति के बीच आज उन्होंने ये बयान दिया हैं | उन्होंने कहा कि मंदिर को लेकर संत कभी भी भाजपा से नाराज नहीं हो सकते हैं। भाजपा संतों के बताए रास्ते पर ही चलती है। वह आज कानपुर से लखनऊ जाते समय हाइवे स्थित एक गेस्ट हाउस में भाजपाइयों से मुलाकात के लिए रुके थे।
निजी स्कूलों में अभिभावकों से फीस के नाम पर अवैध वसूली के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि स्कूलों में वसूली पूर्व जन्म की बात हो गई है। अब ऐसा कहीं नहीं होता। यदि कोई स्कूल सरकार द्धारा निर्धारित फीस से अधिक फ़ीस लेता है तो उसकी शिकायत करें। संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एससीएसटी एक्ट में संशोधन के बाद सवर्णों के विरोध के सवाल से बचते हुए कहा कि एससी-एसटी एक्ट में संशोधन से किसी का उत्पीडऩ नहीं हुआ।