राहुल गाँधी के गोत्र पर कितनी मिलती जुलती है भाजपा अध्यक्ष और पूर्व लखनऊ एडीएम ओ.पी पाठक की सोच
लखनऊ (सवांददाता) भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने अपनी ख़ामोशी तोड़ते हुए जहाँ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र पर व्यंग किया वही उन्होंने कहा कि राजस्थान के चुनाव प्रचार में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हनुमान जी से संबंधित बयान पर भाजपा का गलत मतलब निकाला गया। मुख्यमंत्री ने रामराज्य की बात कही थी। उनका कहना था कि सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब, वंचित तक पहुंचना चाहिए। इसी में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और हनुमान का उल्लेख भी कर दिया था । मुख्यमंत्री खुद योगी हैं। उन्हें भगवान या फिर धर्म के सम्मान के बारे में किसी को कोई राय देने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने राहुल गाँधी के गोत्र पर कहा कि वो इटलस है। जहां तक मुझे पता है, उनके दादा फिरोज जहांगीर थे। मां सोनिया गांधी इटली से हैं, इसलिए उनका गोत्र इटलस है। कांग्रेस जब-जब सत्ता में रही, तब-तब घोटाले हुए। अब कांग्रेस गोत्र घोटाले पर उतर आई है। हालाँकि भाजपा अध्यक्ष महेंद्रनाथ पाण्डेय के गोत्र घोटाले के बयान से पूर्व ही 27 नवम्बर को लखनऊ से अपरजिलाधिकारी के पद से सेवानृवित हो चुके ओ.पी पाठक ने फेसबुक पर राहुल गांघी पर इसी तरह की टिप्पणी पहले ही कर दी थी | लगता है पाठक और भाजपा अध्यक्ष महेंद्रनाथ के बेहद अच्छे रिश्ते है या फिर दोनों की सोच एक जैसी है | क्योकि अली हसनैन अब्दी ने उनकी पोस्ट पर जो प्रश्न किया था उसके उत्तर में उन्होंने लिखा था कि कांग्रेस का नया गोत्र घोटाला है इनके पिता के पिता फ़िरोज़ जी घोटाला करके तेली (गाँधी) हो गए थे फिर इनके पिता गाँधी (तेली /पंडित) हो गए थे तो इनके मैनेजर लोग इनको कुछओ बनाये सकत है ऐसे भी आबय तेली (गाँधी) वाली डिग्री तो लटकाये ही है | इनके मैनेजर इनको ये भी नहीं बताय कि पाणीग्रहण संस्कार उपरांत लड़की का गोत्र बदल जाता है और थोड़ी देर के लिए मन लीजिए नहीं बदला तो इनकी माता जी इटैल्यन ब्राह्मण होंगी, पंडित लोग बेहतर बता पाएंगे | ओ.पी पाठक का ये कमेंट किसी हद तक भाजपा अध्यक्ष नाथ से भी सराहनीय है | नाथ ने कहा दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कोई गोत्र ही नहीं है। अब चुनाव आया तो खुद को हिंदू बताने में जुटे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की इच्छा है कि अयोध्या भव्य राम मंदिर बने। जैसा की सभी को मालूम है कि सुप्रीमकोर्ट में जनवरी से सुनवाई होगी। इसका इंतजार किया जा रहा है। मंदिर निर्माण की संभावना के और भी रास्ते हो सकते हैं। भाजपा की कार्यकारिणी में राम मंदिर एजेंडा था, है, और आगे भी रहेगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अयोध्या मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि है। जहां गर्भगृह है, वहीं भव्य राम मंदिर बनेगा। इसे कोई नहीं रोक सकता। मंदिर की जगह एक इंच इधर-उधर नहीं होगी। मुस्लिम भाइयों को दावा छोड़कर मिसाल कायम करनी चाहिए। ऐसी स्थिति हिंदू के सामने आती तो वह भूमि का दावा छोड़ सकते थे। हालाँकि उनके इस बयान से प्रतीत होता है कि राममंदिर निर्माण मुद्दा उनके एजेंडे में था ही नहीं, वरना अबतक साढ़े चार साल के भाजपा कार्यकाल में मंदिर निर्माण का मार्ग क़ानून लाकर खोला जा सकता था |