क्या लॉकडाउन में हुई ढील से लखनऊ में हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढोत्तरी ?
लखनऊ, संवाददाता | लॉकडाउन में मिली ढील के बाद अगर देखा जाए तो लखनऊ में कोरोना वायरस ने वापसी के संकेत दिए हैं ,जो लखनऊ के लिए किसी भी हाल में उचित नहीं हैं | लखनऊ के बड़े हॉटस्पॉट बने सदर से कोरोना वायरस से वापसी के बाद सदर में कोरोना ने फिर से अपनी आमद दर्ज करवाई है | बताते चलें कि यहां के वाल्मीकी मोहाल में पहली बार कोरोना वायरस से प्रभावित दो मरीजों के मिलने से एक बार फिर क्षेत्र में दहशत का वातावरण उत्पन्न हो गया है | सूत्रों के अनुसार इन मरीज़ों में मां और बेटे दोनों में वायरस की पुष्टि हुई है | इसके अलावा पांच जीआरपी व एक आरपीएफ के जवान में भी कोरोना वायरस की पुष्टि होने से लखनऊ वासियों में कोरोना की दहशत फिर से बढ़ रही है |
इंदिरानगर व गोमतीनगर के दो निजी अस्पतालों में भी दो मरीज़ों को भर्ती कराया गया था,जिनकी निजी पैथोलॉजी से जांच कराई गई । मरीजों में गुरुवार को कोरोना की पुष्टि हुई है इसलिए अस्पतालों की यूनिटों को सैनिटाइज कर 24 घंटे के लिए बंद करने के आदेश दिए हैं।
मुंबई, गुजरात और मध्य प्रदेश से वापिस हुए मजदूरों में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। जो अच्छे संकेत नहीं हैं ,बताते चलें कि गुरुवार को चार मजदूरों में भी वायरस की पुष्टि हुई है। और अब संक्रमित मजदूरों की संख्या 30 के ऊपर निकल गई गई है | यही नहीं सैकड़ों मजदूरों को कोरन्टाइन में रखा गया है ,ताकि लखनऊ में ये खतरनाक वायरस पुनः पैर न पसार सके ।कोरोना की चपेट में सिर्फ जीआरपी या आरपीएफ ही नहीं हैं बल्कि एक स्वास्थ्य कर्मी व एक के बेटे में संक्रमण की पुष्टि हुई है ,यही नहीं चिनहट सीएचसी के एक स्वास्थ्य कर्मी को भी कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है |लखनऊ के अलावा एक निशातगंज, एक आगरा और एक सुल्तानुपर का मरीज भी लखनऊ में भर्ती है। जबकि देखा जाए तो लखनऊ में कुल 15 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। राजधानी में मरीजों की संख्या बढ़कर 352 हो गई है। वहीं एक्टिव केस 57 हैं। सीएमओ की टीम ने 8024 लोगों का स्वास्थ्य ब्योरा जुटाया है। वहीं 248 लोगों का सैंपल जुटाया गया है।