(संवाददाता) बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज प्रेस कांफ्रेस के दौरान जहाँ भाजपा पर ज़बानी प्रहार किये वहीँ उन्होंने भीम अार्मी से अपने रिश्ते तथा उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर कहा कि हम गठबंधन के खिलाफ नही हैं लेकिन गठबंधन में सम्मानजनक सीटें मिलने पर ही गठबंधन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम देश के साथ ही प्रदेश में भी महागठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन सम्मानजनक सीट न मिलने पर हम अकेले ही लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे। इसके लिए हमारी तैयारी भी है। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी का प्रदर्शन अन्य के मुकाबले अच्छा रहा था। हमारा वोट प्रतिशत भी अधिक था और हमने ही भाजपा से डटकर मुकाबला किया था। उन्होंने कहा कि राज्यों के चुनाव के साथ लोकसभा के चुनाव में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी पार्टियां काम कर रही हैं।
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सहारनपुर तथा पास के जिलों में दलितों के हित में काम करने का दावा करने वाले संगठन भीम आर्मी को को धंधा चलाने वाले संगठन कि संज्ञा दे डाली है। मायावती ने कहा कि समाज में ऐसे बहुत से संगठन बनते चले आ रहे हैं जो अपना धंधा चलाते हैं। उन्होंने कहा कि सहारनपुर हिसा में आरोपी चंद्रशेखर मुझसे रिश्ता दिखा रहा है जबकि मेरा सिर्फ गरीबों से रिश्ता है। ऐसे किसी व्यक्ति से मेरा रिश्ता नही है जो समाज में हिंसा को बढ़ाने का काम करते हैं।उन्होंने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए लोग मुझसे रिश्ता जोड़ने लगे हैं और मुझे बुआ कहने लगे हैं | ऐसा ही उन्होंने उदाहरण सहारनपुर जातीय हिंसा मामले में आरोपी ‘भीम आर्मी’ के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ़ ‘रावण’ का दिया | उन्होंने कहा कि मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है। यह सब भाजपा का गेम है| गरीब व दलितों के हित में काम करने की अपेक्षा यह लोग अपना उल्लू सीधा करने के लिए इनको अपने जाल में फंसाने में लगे हैं। मायावती ने कहा कि भीम आर्मी जैसे संगठन समाज के सामने कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। ऐसे लोगो से समाज को सावधान रहना चाहिए। यदि यह लोग समाज के हित में सोचते थे तो इन्हें कोई अपना अलग संगठन नही बनाना चाहिए था।मायावती ने अपने नए बंगले के लिए भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उनको धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ना वे मुझे फंसाते और ना मेरे पास बंगला आता। बसपा मुखिया ने कहा कि हालांकि यह बंगला बड़ा नही है लेकिन यहां से पार्टी का काम करूंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुझे परेशान किया तो मेरे साथ खड़े लोगों ने मेरे लिए गिफ्ट दिया और फिर मैंने दिल्ली और लखनऊ में बंगला बनाया। उन्होंने कहा कि मेरे सत्ता से हटने के बाद मेरे खिलाफ ताज प्रकरण मामले में मुझे फंसाया गया। सीबीआई का दुरुपयोग कर जबरन फर्जी केस भी दर्ज कराया गया। उन्होंने कहा कि मैं कभी कुर्सी के पीछे नही भागी।उन्होंने कहा कि आज अपने आवास पर मैंने पार्टी के पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। आज भी यह बैठक केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार से दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों को सजग करने के लिए बुलाई गई है।
मायावती ने भाजपा पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम को भुनाने का भी आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि अटल जी के जिंदा रहते भाजपा उनके पदचिन्हों पर जरा सा भी नही चली लेकिन उनके जाने के बाद उनका नाम लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही भाजपा के नेता अब तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। भाजपा सरकार जनता का ध्यान बांटने के लिए रोज नए मुद्दे की तलाश में रहती है। इसके बीच वह अपनी हर बात को जनता पर थोपने के प्रयास में है। मायावती ने कहा कि भाजपा पर देश की सभी पार्टी ने रक्षा सौदे में धांधली का आरोप लगाया है। भाजपा सरकार पर इतने बड़े आरोप के बाद भी अभी तक भाजपा सरकार कोई सही जवाब नही दे सकी है। इससे लगता है कि यह लोग भ्रष्टाचार को बढ़ाने के साथ ही अपनी सारी बातें दबाने में माहिर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट कचहरी में तो दलितों की मदद करने वाले वकील और एनजीओ के साथ भी भाजपा सरकार अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि दो अप्रैल की घटना के बाद कई दलितों को भाजपा वालों ने अब तक जेल में बंद कर के रखा हुआ है। इससे भी दलितों के प्रति भाजपा की मानसिकता का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य भाजपा शासित राज्यों में गो-रक्षा के नाम पर मॉब लिंचिंग लोकतंत्र को कलंकित कर रहा है। भाजपा सरकार से दलित के साथ आदिवासी, पिछड़े व अल्पसंख्यक वर्ग काफी आहत है। मायावती ने कहा कि भाजपा ने सिर्फ सुनहरे दिन के सपने दिखाकर केवल पूंजीपतियों का भला किया। देश तथा प्रदेश में महिला सुरक्षा पर भाजपा की सरकारों की असफलता बिल्कुल साफ दिख रही है।100 से अधिक निर्दोषों की जान चली गयी, नोटबंदी के निर्णय को आरबीआई ने खारिज कर दिया है। अब तो पता चल गया कि नोटबंदी राष्ट्रीय त्रासदी साबित हुई है। 15-20 लाख रुपये सबके खाते में देने के साथ रोजगार देने जैसे वायदों को भाजपा ऐसे गायब कर गई है, जैसे मनो गधे के सर से सींग। अब जनता का भाजपा पर ज्यादा भरोसा करना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।