ज़की भारतीय
लखनऊ ,संवाददाता |भले ही अबतक कोरोना वायरस से लड़ने वाले डॉक्टरों ,पुलिसकर्मियों और प्रशसन को नवाज़ा गया हो लेकिन उनमे पत्रकारों को न रखकर पत्रकारों के साथ सौतेला बर्ताव किया गया है | हर क़दम से क़दम मिलाने वाला पत्रकार देश की जनता के लिए निस्वार्थ सीना ताने निहत्ता आगे की पंक्ति में खड़ा रहता है लेकिन उसके लिए सरकारें कुछ चिंतन भी करना गवारा नहीं करती हैं | बात जब सत्य लिखने की हो हम पीछे नहीं हटते ,जनता के लिए हर क़ुरबानी देने के लिए हम आगे आगे रहते हैं जबकि न तो हमारे पास कोरोना से बचाव की कोई किट है और न ही हमारे पास सर्कार द्वारा दिया गया सेनिटाइज़र है ,हम पूरा रिष्क लेते हुए कोरोना का पूरा उपडेट देश के सामने ला रहे हैं ,हमारे कई साथी कोरोना पोसेटिव भी निकले जिनका उपचार भी चल रहा है | हमरे लिए सिर्फ कोरोना वायरस का कवरेज ही नहीं बल्कि जनता से जुडी हर खबर करने का साहस रहता है लेकिन हम लोगों को सान्तवना देने के लिए कोई दो शब्द भी बोलना गवारा नहीं करता | जहाँ चाहती है पुलिस डंडा उठा लेती है ,जहाँ चाहती वो पत्रकारों से अभद्रता कर लेती है लेकिन बावजूद इसके हमारा सेवा का निस्वार्थ जज़्बा कम नहीं होता |अभी हाल ही में सीएए और एनआरसी के विरुद्ध हुए परिवर्तन चौक ,हज़रतगंज में विरोध प्रदशन के दौरान मुझे पत्थर मारा गया मेरा लाखों रूपए का कैमरा छीन लिया गया,जिसकी एफआईआर भी हुई लेकिन सरकार की ओर से मुझ जैसे कई और पीड़ित पत्रकारों को कोई भी मुआवज़ा कोरोना वायरस से प्रभावित हुए लोगों का बीमा किये जाने की बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही लेकिन उसमे भी हम पत्रकारों को कोई स्थान नहीं मिला |
वैसे तो सभी पत्रकारों के सामने अब रोज़ी रोटी की समस्या पैदा हो चुकी है लेकिन जिन समाचार पत्रों को अभी विज्ञापन मिलना शुरू नहीं हुआ है ,जो यूट्यूब चैनल द्वारा जनता के लिए जान दिए हुए है ,जो पोर्टल मीडिया से संबंधित हैं ,उनका तो अभी तक कोई कमाई का मार्ग ही नहीं खुल सका है |
इससे पहले मिलने वाले विज्ञापन भी उनको इस लॉकडाउन के दौरान नहीं मिल रहे हैं ,जो गूगल द्वारा विज्ञापन आ भी रहे है वो इतने कम दाम के होते हैं कि उसका मिलना या न मिलना बराबर है जनता की सेवा का भाव अब और कोई काम करने भी नहीं देता बावजूद इसके सरकार हम पत्रकारों के लिए अब तक गंभीर नहीं हो सकी है |हालाँकि आज पत्रकारों के लिए एक ख़ुशी की खबर है ,भले ही ये खबर बंगाल से है लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जीने कम से कम भारत के इतिहास में पहली बार पत्रकारों के हित में सोचकर एक प्रशंसनीय क़दम तो उठाया | शायद उनके इस क़दम के बाद अन्य प्रदेश भी पत्रकारों के लिए चिंतन करें | आज कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंटलाइन पर खड़े होकर लड़ने वाले कोरोना योद्धाओं के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को बड़ी घोषणा की। ममता ने कोरोना योद्धाओं के लिए 10 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा की घोषणा की है, जिसमें पत्रकार भी शामिल होंगे।