HomeCITYमौहर्रम के लिए पार्षद लईक आग़ा का अक़ीदत में डूबा हुआ बयान
मौहर्रम के लिए पार्षद लईक आग़ा का अक़ीदत में डूबा हुआ बयान
लखनऊ, संवाददाता । अज़ादारी को लेकर शिया संप्रदाय के असंतोष को एहसास करना भी मुश्किल है। मौहर्रम का अजादारों को बेसब्री से इंतज़ार था,और उम्मीद थी ,कोरोना महामारी के दरमियान उनके जुलूस,मजलसें और ताज़िये पूरी शान ओ शौकत के साथ संपन्न होंगे । शियों को ये उम्मीद उस समय और बढ़ गई थी, अयोध्य्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। लेकिन इधर जारी गाइडलाइन के अनुसार शिया संप्रदाय के चेहरों पर मायूसी उभर आई। आज लखनऊ के थाना सआदतगंज में संपन्न हुई पीस बैठक में ये ग़म कश्मीरी मोहल्ला के पार्षद लईक आग़ा की ज़बान से निकल गया। उन्होंने एसीपी के समक्ष ताज़िया निकाले जाने की बात पर कहा कि आप ताज़िया निकाले जाने की इजाज़त दीजिए और ताज़िया ले जाने वालों की संख्या निर्धारित कीजिये । मैं ज़िम्मेदारी लेता हूँ कि ताज़िया ले जाने वालों की संख्या नहीं बढ़ेगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जब आज बड़ा अफसोस हो रहा है
,मोहर्रम के सिलसिले में कौम का बच्चा-बच्चा बेबस और लाचार है । अगर हमारे मौलानाओं की तरफ से पहले से तैयारी होती और लखनऊ की सभी अंजुमनो के सदर और सेक्रेटरी की मीटिंग उलेमाओं द्वारा हो गई होती और उसके बाद माननीय मुख्यमंत्री जी से वक्त लेकर मोहर्रम के सिलसिले में बात कर ली गई होती तो आज हमको यह दिन नहीं देखना पड़ता ।इसी देश में शराब की दुकानें खुलेआम खुल रही हैं और ताजिया बेचने पर पाबंदी । लोग सड़कों पर हजारों की संख्या में घूम रहे हैं और हमारे ताजिए मे दो लोगों तीन लोग के लेजाने में परेशानी । गाइडलाइन भारतीय जनता पार्टी द्वारा लाई गई है जिसको प्रशासन लागू कराने के लिए मजबूर है । अगर हमारे मौलाना पहले से सतर्क होते तो आज यह दिन देखने को नहीं मिलता।
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