लखनऊ (सवांददाता) बिहार के मुज्ज़फरपुर बालिका गृह कांड के चर्चा में आने के बाद राजनीतिक दलों ने सम्पूर्ण भारत में धरने प्रदर्शन कर इस मामले में बिहार सरकार पर गम्भीर आरोप लगाए, साथी ही इस घिनौने कांड का जमकर विरोध किया था | इस मामले में एक महिला मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा भी देना पड़ा था | तमाम राजनीतिक दलों के विरोध के बाद इस प्रकरण की जांच सीबीआई को दे दी गई थी | सीबीआई द्धारा इस प्रकरण की जांच जारी है | आज इस चर्चित कांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने दोपहर सिकंदरपुर श्मशान घाट में जमीन की खुदाई कराई। इस खुदाई के दौरान एक लड़की के कंकाल के अंश मिले हैं। सीबीआइ ने उसे कब्जे में ले लिया है। टीम के साथ फोरेंसिक की टीम भी मौजूद थी जिसने बरामद कंकाल के नमूने ले लिए हैं और उसे जांच के लिए भेज दिया है ।
खुदाई के लिए सीबीआइ अपने साथ ब्रजेश ठाकुर के चालक विजय को भी साथ लाई थी। उसी की निशानदेही पर श्मशान घाट के महाकाल-महाशक्ति मंदिर के पीछे खुदाई कराई गई थी । विजय को सीबीआइ ने रोजी रानी सहित अन्य दो के साथ गिरफ्तार किया था। बताते चलें कि वह 12 दिनों से सीबीआइ रिमांड पर है। पूछताछ के बाद सीबीआइ को मिले सुराग पर यह खुदाई कराई गई थी। इस मामले में सीबीआइ ब्रजेश के चालक को सरकारी गवाह बनाने की तैयारी में है।
सीबीआइ इसकी एफएसएल जांच कराकर दूध का दूध पानी का पानी कर देगी | सीबीआइ अपने साथ एफएसएल टीम को भी लाई थी। खुदाई पूरी करके सीबीआइ की टीम वापिस हो गई है। इस मामले का खुलासा होने के बाद बालिका गृह से मुक्त कराई गई लड़कियों ने यहां लड़की की हत्या कर शव दफनाने की बात कही थी। जिसके बाद बालिका गृह परिसर की खुदाई की गई थी । लेकिन वहां कुछ नहीं मिला था। सीबीआइ तत्कालीन सहायक निदेशक व ब्रजेश के करीबियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है | हालाँकि इस मामले पर सीबीआई द्धारा कोई जानकारी नहीं दे गई है|