लखनऊ, संवाददाता।1999 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस नवीन अरोरा मूलरूप से बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के रहने वाले हैं। अपनी तेज़तर्रार अधिकारी की छवि होने के कारण उनको उत्तर प्रदेश में कई अहम पदों की जिम्मेदारियां भी दी गई, जिन्हें उन्होंने बखूबी निभाई। आगरा में तैनाती के दौरान उन्होंने अपराध का ग्राफ जमीन पर लाकर रख दिया । लखनऊ में भी तैनाती के दौरान उन्होंने अपने पद का सही-सही इस्तेमाल किया। यही नहीं, जहां वह अपराधियों के विरुद्ध सख्त तेवर रखते थे वहीं उन्होंने अपने मातहतो द्वारा की गई जरा सी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया।
ऐसे तेज़ तर्रार अधिकारी की कार्यप्रणाली को देखते हुए योगी सरकार ने यूपी ATS के प्रमुख पद पर आईपीएस नवीन अरोड़ा की तैनाती दी ।
इस दौरान नवीन अरोड़ा ने अपने कुशल नेतृत्व और कार्यप्रणाली के चलते कई अवार्ड हासिल किए।इसी कड़ी में उत्कृष्ट पर्यवेक्षण, निगरानी और कार्य योजना के क्रियान्वयन के लिए उन्हें मुख्य सचिव की ट्रॉफी प्रदान की गई।
उत्कृष्ट पर्यवेक्षण, निगरानी और कार्य योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्य सचिव की ट्रॉफी प्राप्त करने पर उन्होंने कहा ,आज मैं एक बार फिर खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। जिसके परिणाम स्वरूप 2023 से अप्रैल 24 तक यूपी की फोरेंसिक साइंस लैब्स में मामलों का सबसे अच्छा निपटान हुआ। ओवरऑल निस्तारण में गाजियाबाद लैब को पहला और लखनऊ को दूसरा स्थान मिला। विभिन्न अनुभागों के 11 वैज्ञानिकों को अपने-अपने अनुभागों में सर्वाधिक मामलों के निस्तारण के लिए ट्राफियां प्रदान की गई।
उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव महोदय ने ऐसी असाधारण उपलब्धि के लिए एफएसएल के कार्य की सराहना की जो मेरे लिए गौरव की बात है।