लखनऊ (सवांददाता) भारतीय जनता पार्टी से कई बार उत्तर प्रदेश के अहम विभागों के मंत्री रहे लाल जी टंडन को वैसे तो एक दौर में स्व. अटल जी का बेहत करीबी कहा जाता था, लेकिन केंद्र में मोदी सरकार और प्रदेश में योगी सरकार के बाद लाल जी टंडन को साइडलाइन कर दिया गया था| लेकिन इधर आगामी 2019 लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर भाजपा के मौजूदा शीर्ष नेता ये नहीं चाहते कि पार्टी का कोई भी पूर्व व वर्तमान नेता भाजपा का विरोध करे| ज़ाहिर है कि आने वाले चुनाव में भाजपा के विरोध में सभी विपक्षी दल के एक होने पर भाजपा को लोकसभा चुनाव जीतने में छींकें आ जाएँगी| बहरहाल ये मुद्दे तो बाद के है लेकिन आज भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता अमिश ने कहा कि वैसे तो आज स्व. अटल जी कलश अस्थियों को गोमती में विसर्जित किया गया है, ऐसे समय पर लखनऊ के लाल जी टंडन को बिहार के राज्यपाल बनाये जाने पर बधाई देना अनुचित है, लेकिन उन्होंने कल उनसे मुलाकात कर उन्हें राज्यपाल बनाये जाने पर मुबारकबाद दी थी| अमिश ने कहा कि लाल जी टंडन एक नेक इंसान है, उन्होंने अपने कार्यकाल में बिना किसी भेदभाव के लखनऊ ही नहीं प्रदेश का विकास किया और आम जनता के बेहद क़रीब रहे| अमिश ने दिए अपने बयान में कहा कि वो एक ऐसे इंसान है जिनकी जगह हर कोई नहीं ले सकता| उन्होंने कहा कि लाल जी टंडन के बिहार के राज्यपाल बनाये जाने से जहां लखनऊ वासियों में ख़ुशी की लहार है वहीँ बिहार की जनता भी बहुत प्रसन्न है| शिया धर्मगुरु यासूब अब्बास से इस सम्बन्ध में कोई बात न होने के कारण उनका बयान नहीं लिया जा सका है|