लखनऊ (सवांददाता) आजमगढ़ के रहने वाले और प्रसिद्ध कवी स्व. कैफ़ी आज़मी की पुत्री पूर्व सांसद व प्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आज़मी ने शिया-सुन्नी एकता की मिसाल कायम करते हुए महशहूर कवी ज़ावेद अख़्तर से विवाह रचाया था| शबाना आजमी ने आज तीन तलाक़ के मुद्दे पर अपनी ख़ामोशी तोड़ते हुए कहा है कि तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप है, इसे शोषण करने के लिए बनाया गया था। ये हमारे संविधान के खिलाफ है। आज पूरे विश्व में 50 से ज्यादा इस्लामिक देशों में से 24 इस्लामिक देशों ने तीन तलाक को खुद के संविधान से निकालकर बाहर फेंक दिया है। भारत में जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वो गलत है।
आज मोहम्मद हसन डिग्री कालेज में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शबाना आजमी ने कहा कि भारत सेकुलर देश है, संविधान ने यहां सबको अपना हक पाने का अधिकार दिया है। तलाक बीते कई दशकों से मुस्लिम महिलाओं का शोषण करता चला आ रहा है, जो कानून महिलाओं का शोषण करें उसे हम लोग हर्गिज बर्दाश्त नहीं कर सकते। आजमी ने कहा कि निर्भया कांड के बाद जस्टिस वर्मा ने जो रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी उसमें सख्त कानून के साथ-साथ समाज को जागरूक करने की बात भी कही थी।
इसके अलावा देश की संसद ने कानून में बदलाव कर एक सख्त कानून दुष्कर्म को लेकर बनाया था, बावजूद इसके आज जिस तरह से देश में दुष्कर्म की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं वो चिंता का विषय है। ऐसे में हम सबको मिलकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है और सरकार को भी चाहिए कि जो भी ऐसे घृणित कार्य में दोषी पाया जाता है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए जिससे कि समाज को संदेश मिल सके। अक्सर यह देखने में आता है कि लोग घटना के बाद कानून के लचीलेपन की वजह से छूट जाते हैं। इसलिए ऐसे लोगों के लिए फास्टट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।