HomeCrimeफिर सुर्खियों में बाजार खाला थाने के दरोगा का कारनामा
फिर सुर्खियों में बाजार खाला थाने के दरोगा का कारनामा
नगर निगम के ठेकेदार को पीट पीटकर तोड डाला हाथ
इंस्पेक्टर बाजार खाला ने दरोगा की लगाई क्लास ,बोले नियम का उलंघन करने वाले के खिलाफ कार्यवाही करो मारपीट नही
लखनऊ,संवाददाता । लोगों से मारपीट और वसूली करने के मामले में कई बार सुर्खियों में आ चुकी बाजार खाला पुलिस का आज एक और हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है। बाज़ार खाला थाने में तैनात उपनिरीक्षक प्रहलाद गुप्ता व कुछ सिपाहियों ने नगर निगम के ठेकेदार से न सिर्फ गाली गलौज की बल्कि पुलिस कर्मियों द्वारा ठेकेदार आलोक निगम से की गई मारपीट में उनका हाथ भी टूट गया ।
पुलिस कर्मियों द्वारा नगर निगम के ठेकेदार से की गई मारपीट की खबर जब आसपास के क्षेत्र में फैली तो लोगों में आक्रोश फैल गया। तमाम स्थानीय लोग थाने पहुंचे और उप निरीक्षक की दादागिरी वाली कार्रवाई का विरोध किया तो इंस्पेक्टर बाजार खाला धनंजय सिंह ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए पीड़ित आलोक निगम से उप निरीक्षक के खिलाफ तहरीर देने की बात कहीं हालांकि दरोगा द्वारा की गई बेरहमी से पिटाई में घायल आलोक निगम ने तहरीर देने से मना कर दिया लेकिन इंस्पेक्टर बाजार खाला ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उप निरीक्षक को कड़ी फटकार भी लगाई ।
दरोगा द्वारा की गई मारपीट में घायल हुए छप्पे वाली गली पुराना हैदरगंज बाजार खाला के रहने वाले आलोक निगम ने बताया कि व रविवार की दोपहर अपने घर के करीब खड़े हुए थे तभी बाजार खाला थाने के दरोगा प्रहलाद गुप्ता अन्य सिपाहियों के साथ वहां पहुंचे और उनसे अभद्रता करना शुरू कर दी आलोक निगम के अनुसार उन्होंने दरोगा से कहा कि उन्होंने लॉकडाउन का कोई उल्लंघन नहीं किया है क्योंकि वह पहले से ही बीमार है इसलिए घर के पास बैठे हुए हैं जिस पर उपनिरीक्षक ने उनसे न सिर्फ गाली गलौज की बल्कि उनसे मारपीट की और मारते हुए उन्हें थाने ले गए । आलोक निगम का आरोप है कि प्रहलाद गुप्ता द्वारा उनका हाथ बेदर्दी से मोड़ दिया गया जिससे उनका हाथ टूट गया। इस संबंध में इंस्पेक्टर धनन्जय सिंह का कहना है कि दरोगा के अनुसार आलोक निगम लॉकडाउन के दौरान भीड़ लगाकर बातचीत कर रहे थे इसलिए उन्हें थाने लाया गया था उनसे मारपीट नहीं की गई है हालांकि इंस्पेक्टर धनंजय सिंह ने घायल से उप निरीक्षक के खिलाफ तहरीर देने की न सिर्फ बात कही बल्कि दरोगा द्वारा उन से की गई मारपीट पर खेद भी व्यक्ति किया गया। आपको बता दें कि इसी लॉक डाउन की अवधि में बाजार खाला थाने के सिपाहियों ने बिलोचपुरा में नूर होटल का शटर उठाकर न सिर्फ होटल में तोड़फोड़ की थी बल्कि होटल के एक कर्मचारी से मारपीट भी की थी यही नहीं करीब 3 माह पूर्व बाज़ार खाला थाने के ही दो सिपाहियों पर मालवीय नगर में दो युवकों से मारपीट कर 29 सौ रुपए जबरन लेने का आरोप भी लगा था पूर्व में हुई ये दोनों घटनाएं सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पुलिस की फजीहत हुई जिसके बाद तोड़फोड़ मारपीट करने वाले सिपाहियों ने जुगाड़ लगा कर पीड़ितों से माफी तलाफ़ी कर मामले को रफादफा करवाया। हालाकी भले ही बाजार खाला थाने के पुलिसकर्मियों पर इस तरह के आरोप लगातार लगते रहे हैं लेकिन इंस्पेक्टर बाजार खाला धनंजय सिंह सख्त मिजाज के लिए पहचाने जाते हैं पिछले तीन दोनों में वो दो बार पुलिस कर्मियों को फटकार लगा चुके है तीन दिन पूर्व टिकैतराय तालाब के पास सुबह के समय हुई एक घटना को पुलिस कर्मियों द्वारा 7 घण्टे तक इंस्पेक्टर से छुपाए रक्खा गया था जिससे नाराज़ इंस्पेक्टर ने थाने के सिपाही को फटकार लगाई थी यही नही शनिवार की रात मिल एरिया क्षेत्र में बाला नर्सिंग होम के पास नशे में धुत आरपीएफ के एक सिपाही द्वारा मोटर साईकिल में टक्कर मार कर तीन लोगों को घायल किये जाने की घटना को भी पुलिस कर्मियों द्वारा इंस्पेक्टर से छुपाए जाने पर भी इंस्पेक्टर ने सिपाहियों को जम कर लताड़ा था। उन्होंने बिलोचपुरा के होटल में तोड़फोड़ करने वाले सिपाहियों को बिलोचपुरा से हटा दिया था और आज भी उन्होंने ठेकेदार से मारपीट करने वाले दरोगा को जमकर फटकार लगाई उन्होंने दरोगा से कहा कि यदि कोई नियम का पालन नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाए उससे मारपीट करना कतई उचित नहीं है। सूत्र बताते हैं कि रविवार को ठेकेदार आलोक निगम से मारपीट करने वाले उप निरीक्षक प्रहलाद सिंह के साथ मौजूद एक सिपाही क्षेत्र में अवैध वसूली और दबंगई के लिए काफी बदनाम है लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि अपने आप को सिंघम कहने वाला यह दबंग सिपाही लगातार क्षेत्र में लोगों से मारपीट कर रहा है और इंस्पेक्टर बाजार खाला इस सिपाही की करतूत से अभी तक अनजान हैं।
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