लखनऊ (सवांददाता) 18 अगस्त को थाना ठाकुरगंज क्षेत्र के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर इसरार अचानक लापता हो गए थे| ठाकुरगंज थाने में इस मामले को लेकर मुक़दमा भी पंजीकृत कर लिया गया था| 19 अगस्त को खीरी के मिलौली गांव से इसरार का शव बरामद हुआ था| वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कला निधि नैथानी के निर्देश पर हत्या के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच और ठाकुरगंज पुलिस की सयुंक्त टीम गठित की गई थी| टीम ने हत्या के आरोपियों अमरीश वर्मा और अभिनव सक्सेना को गिरफ्तार कर हत्या का कारण जाना तो पता चला कि मृतक इसरार उर्फ़ राजू से रूपए के लेनदेन के मामले पर विवाद हुआ था जिसके चलते अभियुक्त अमरीश वर्मा और अभिनव सक्सेना ने 18 अगस्त को एक साजिश के तहत इसरार को चाय के बहाने बुलाया और ग्रीन टी में नशे की गोलिया मिलाकर उसे बेहोश कर दिया, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई लाश को मिलौली गांव ले जाकर फेक दिया| अभियुक्त के पास से वारदात में प्रयोग की गई कार, मृतक की बाइक और मृतक का आधार कार्ड भी बरामद हुआ है| ये जानकारी आज ठाकुरगंज थाने में अपर पुलिस अधीक्षक विकाश चन्द त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक (अपराध) दिनेश सिंह, क्षेत्राधिकारी चौक दुर्गा प्रसाद तिवारी और ठाकुरगंज इस्पेक्टर अंजनी कुमार पाण्डेय ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी|