लखनऊ (सवांददाता) पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रहे इज़ाफ़े से देश भर में राजनितिक दल भाजप सरकर के विरुद्ध जहां भारत बंद करके अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है वही आये दिन भारत के अधिकतर प्रदेशों व शहरों में धरने प्रदर्शन जारी हैं| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐसे मौके पर पेट्रोल सस्ता करने की घोषणा की है। ममता बनर्जी ने आज कहा कि उनकी सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रति लीटर एक रूपए की कटौती करेगी। उन्होंने केंद्र से कहा कि ईंधन की कीमतों पर वह सेस कम करे।
बनर्जी ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल हमने पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर एक-एक रूपए कम करने का फैसला किया है। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि वह डीजल और पेट्रोल पर सेस कम करने के बारे में विचार करे। तृणमूल सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने उत्पाद शुल्क में नौ गुना वृद्धि कर दी जबकि वैश्चिक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें घट रही हैं। उन्होंने कहा, हमारी सरकार ने इन वर्षों में कभी भी बिक्री कर या सेस नहीं बढ़ाया।
राजस्थान सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल पर वैट को चार-चार प्रतिशत कम करने की घोषणा की है। इससे राज्य में पेट्रोल और डीजल ढाई रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो जायेगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के तहत हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में एक सभा में पेट्रोलियम ईंधन सस्ता करने वाले इस निर्णय की घोषणा की है। इसके तहत राज्य में वैट पेट्रोल पर 30 से घटाकर 26 प्रतिशत और डीजल पर 22 से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है।
इसके अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने पेट्रोल-डीजल के दाम में दो रुपये की कटौती करने का ऐलान किया है। आंध्र प्रदेश की जनता को अब पेट्रोल-डीजल दो रुपये सस्ता मिलेगा। फिलहाल आंध्र प्रदेश में पेट्रोल पर 35.77 फीसदी वैट लगता है और डीजल पर 28.08 फीसदी वैट लगता है। वैट दरों में कमी कर राज्य ने 2 रुपये की कटौती की है। यह नई कीमत जल्द लागू हो जाएगी। एक दिन पहले राजस्थान ने पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.50 रुपये की कटौती की थी।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने रविवार को जानकारी दी कि पंजाब और कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल जल्दी ही सस्ता हो सकता है। पाटिल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस शांसित पंजाब और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों को पेट्रोलियम उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने के लिए पहले ही कहा जा चुका है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वैट में दो प्रतिशत की कमी की थी।