लखनऊ, संवाददाता। पेट्रोल की चोरी करने वाले अब सावधान हो जाएं । एक बार फिर घट तौली करने वालों के विरुद्ध मुहिम चलने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल की चोरी से उपभोक्ता बुरी तरह परेशान हो चुके हैं । घटतौली को जानने के बाद भी कोई सबूत ना होने के कारण उपभोक्ता विरोध नहीं कर सकते है ,लेकिन अब पेट्रोल पंपों पर घटतौली नहीं हो सकेगी। इंडियन आयल कारपोरेशन के मुताबिक वो घटतौली पर अंकुश लगाने के लिए नए तरह का चौकीदार बैठालने की तैयारी कर चुका है। पेट्रोल पंप से जैसे ही उपभोक्ता को कम पेट्रोल दिया गया वैसे ही तुरंत घंटी बज जाएगी पर यह घंटी ग्राहकों और पेट्रोल पंप मालिकों को नहीं सुनाई देगी। घंटी सीधे कंट्रोल रूम में बजेगी। बस बेईमानी की सूचना होते ही ऑफिसर सतर्क हो जाएंगे और मौके पर जाकर जांच करेंगे ,घटतौली मिलने पर भारी सजा दी जाएगी ।हालांकि लोगों ने नई तकनीक के संबंध में कहां है कि तकनीक पेट्रोल पंप और इंडियन इंडियन आयल कारपोरेशन के बीच रहेगी इसलिए इस भ्रष्ट संसार में भ्रष्टाचारियों के लिए यह एक रिश्वत का बेहतरीन उपाय साबित होगा, लेकिन इससे ग्राहकों को कोई फायदा होने वाला नहीं है। लोगों का कहना है आज भी पेट्रोल पंप यदि पेट्रोल बोतलों या 5 लीटर 10 लीटर ओर 2 लीटर के डिब्बों से देना शुरू कर दें तो चोरी अपने आप बंद हो जाएगी ।इसके लिए इंडियन आयल कारपोरेशन को कोई पहरेदार बैठाने की जरूरत नहीं है। बहरहाल इंडियन आयल कारपोरेशन का यह पहरेदार कहां तक जनता के साथ इंसाफ करा सकेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा । इंडियन आयल ने मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपना ऑटोमेशन का काम पूरा कर लिया है। सिर्फ 30 के करीब पेट्रोल पंप बाकी हैं जहां ऑटोमेशन का कार्य तेजी के साथ चल रहा है। वैसे इंडियन आयल के मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में करीब 2400 पेट्रोल पंप है जिन में 2370 में ऑटोमेशन का काम पूरा हो गया है । ऑटोमेशन करने में कंपनी की लागत करीब 400 करोड़ों आई है । इंडियन आयल कारपोरेशन कार्यकारी निदेशक डॉक्टर भट्टाचार्य ने बताया ग्राहकों को शुद्ध और पूरा तेल मिले इसके लिए भी उसी के सभी पेट्रोल पंपों को सर्विलांस पर लगाया गया है ।अब पंपों पर किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना कंट्रोल रूम को मिल जाए।