निलंबन समाप्त करवाने के मामले में डॉ.कफील का प्रयास तेज़
लखनऊ,संवाददाता | गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के निलंबित डॉक्टर कफील खान ने अब अपने निलंबन को समाप्त करवाने के लिए प्रयास तेज़ करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसएशन सहित 5 फोरमों को पत्र भेजकर निवेदन किया है कि वे उनके निलंबन को समाप्त करवाने में मदद करें | कफील खान ने आरोप लगाया कि जिस ऑक्सीजन कांड में अन्य निलंबित डॉक्टरों को बहाल कर दिया गया, उसी में उनकी बहाली नहीं की जा रही है |
डॉक्टर कफ़ील खान ने प्रोग्रेसिव मेडिकोस एंड साइंटिस्ट्स फोरम, इंडियन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स , मेडिकल सर्विस सेंटर ,नेशनल नियोनेटोलॉजी फोरम और इंडियन मेडिकल एसोसिएसश्न को पत्र लिख कर अपने निलम्बन को ख़त्म कराने में मदद मांगी है |
डॉक्टर कफ़ील खान का कहना है कि वो बीआरडी मेडिकल त्रासदी के बाद कोर्ट और 9 अलग-अलग जांच में उन्हें क्लीन चिट मिलने के बावजूद उन्हें पिछले 3 वर्षों से निलम्बित किया गया हैं |
उन्होंने कहा है कि बाक़ी डॉक्टर जो बीआरडी मेडिकल कॉलेज की ऑक्सीजन त्रासदी में निलम्बित हुए थे, उनकी बहाली हो गई है | उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार को 25 से अधिक पत्र लिखकर अपनी बहाली के लिए निवेदन किया है ताकि वो इस समय कोरोना महामारी के समय देश की सेवा कर सकें |
बताते चलें ,डॉ कफील खान का नाम उस समय समाचार पत्रों की सुर्खियां बना था जब इन्सेफेलाइटिस बीमारी प्रभावित गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी की वजह से बच्चों की मौत हो गई थी | अगस्त 2017 में हुए इस कांड के बाद प्रदेश सरकार ने प्राइवेट प्रैक्टिस करने और ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए डॉ कफील को इन्सेफेलाइटिस वार्ड के नोडल ऑफिसर इंचार्ज के पद से हटा दिया था |
मामले में लापरवाही बरतने, भ्रष्टाचार में शामिल होने सहित कई आरोप लगाकर डॉ कफील को निलंबित कर दिया गया था | जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था | कफील की तरफ से इसे षड्यंत्र करार दिया गया | उन्होंने बताया था कि ऑक्सीजन की कमी की सूचना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, सीएमओ से लेकर जिले के डीएम तक को दी गई थी | ऑक्सीजन के लिए लोकल सप्लायर और दूसरे अस्पतालों में भी संपर्क किया था |
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