लखनऊ, संवाददाता | हुसैनाबाद ट्रस्ट की संपत्तियों पर अवैध निर्माण बदस्तूर जारी है | कई बार समाचार प्रकाशित किए जाने के बाद भी अभी तक उन जिम्मेदार कर्मचारियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है जो इन अवैध निर्माणों के जिम्मेदार हैं | जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के पास जिलाधिकारी और लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी का चार्ज होने के कारण हुसैनाबाद ट्रस्ट के अध्यक्ष के पद की जिम्मेदारी मुश्किल हो रही है | यही वजह है की हुसैनाबाद ट्रस्ट में अवैध निर्माण का कोई पुरसाने हाल नहीं है | अभी हाल ही में सिटी मजिस्ट्रेट / सचिव हुसैनाबाद ट्रस्ट ने हुसैनाबाद ट्रस्ट का चार्ज संभाला है | इसलिए वह अभी हुसैनाबाद ट्रस्ट के कर्मचारियों की चतुराई के बारे में वाकिफ नहीं है | इसलिए हुसैनाबाद ट्रस्ट के कर्मचारी एक के बाद एक अवैध निर्माण करवाते जा रहे हैं जिन पर कार्रवाई की कोई गाज नहीं गिर रही है | हुसैनाबाद ट्रस्ट के अधीन अशफ़ाक़ होटल ने ऐतिहासिक संरक्षित इमारत में अपना स्टोर बना रखा है | रूमी दरवाजा जैसा बना गेट नंबर 1 के पास स्थित इस होटल के मालिक की पकड़ भी बहुत दूर तक है | इसीलिए कई अध्यक्ष आए और चले गए लेकिन इसका क़ब्ज़ा अभी तक बरकरार है | बताते चलें कि गेट नंबर 1 की दीवारें जर्जर हो चुकी है किसी भी समय यह ऐतिहासिक गेट हल्की बारिश की चपेट में आकर गिर सकता है | बावजूद इसके होटल स्वामी अशफाक का इस गेट के नीचे ही बनी सहनची में कब्जा बरकरार है | इसमें सुबह से लेकर शाम तक घरेलू गैस सिलेंडरों द्वारा दूध खौलाया जाता है और होटल की जरूरत का सामान भी बनाया जाता है | यही नहीं हुसैनाबाद ट्रस्ट की संपत्तियों पर ट्रस्ट की आज्ञा के बगैर ही सैकड़ों निर्माण किए जा चुके हैं और धड़ल्ले से अभी भी अवैध निर्माण हो रहे हैं | जब भी इस प्रकरण पर कर्मचारियों को सिटी मजिस्ट्रेट / सचिव हुसैनाबाद ट्रस्ट काम रोकने के बाबत निर्देश देते हैं तो भ्रष्ट कर्मचारी नोटिस दिए जाने का उल्लेख करके मामले को रफा-दफा कर देते हैं | जाहिर है जब तक नोटिस का जवाब दिया जाता है तब तक अवैध निर्माण हो चुका होता है | इसलिए हुसैनाबाद ट्रस्ट की संपत्ति पर एक के बाद एक अवैध निर्माण होता जा रहा है | इस तरह के प्रकरण में जब तक नोटिस का जवाब दिया जाता है तब तक दो और तीन मंजिला निर्माण भी हो चुका होता है | जिसकी मिसाल पिक्चर गैलरी के सामने बन चुके एक मकान की है | जहाँ ट्रस्ट की नाक के नीचे अवैध निर्माण होता रहा और कोई कार्रवाई नहीं हो सकी | यही नहीं इसी तरीके का एक अवैध निर्माण आज भी जारी है | कल जब हमारे संवाददाता हुसैनाबाद इलाक़े में स्थित गल्लाबाज़ार पहुंचे तो पाया कि मोहम्मद फैसल नामक व्यक्ति हुसैनाबाद के अधीन आने वाले घर का निर्माण बिना हुसैनाबाद ट्रस्ट की आज्ञा के करवा रहा है | लेकिन जिम्मेदार कर्मचारी रिश्वत लेकर अवैध निर्माणदाता के साथ खड़ा है | बताते चलें ,गल्ला बाजार छोटे इमाम बाड़े के ठीक पीछे स्थित है | अब देखना यह है कि क्या ऐसे कर्मचारियों के विरुद्ध अधिकारीगण बड़ी कार्रवाई करते हैं या नहीं ?
हालांकि सूत्रों की माने तो कर्मचारियों का कहना है कि इस तरह के अवैध निर्माण के लिए जब वह अपने अधिकारियों से शिकायत करते हैं तो अधिकारीगण निर्माण के प्रति गंभीरता नहीं दिखाते हैं | जिस कारणवश अवैध निर्माण होते जा रहे हैं और वह कार्रवाई करने में असमर्थ है |
धर्मगुरु सैयद कल्बे जवाद नकवी निकालेंगे हुसैनाबाद ट्रस्ट की समस्या का समाधान
हुसैनाबाद में फैले भ्रष्टाचार पर शिया धर्मगुरु सैयद कल्बे जवाद नकवी ने दिए अपने बयान में साफ तौर पर कहा है कि हुसैनाबाद ट्रस्ट में भ्रष्टाचार चरम पर है | उन्होंने कहा कि इस प्रकरण पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई | कल्बे जवाद ने कहा कि वह इस मामले में जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर हुसैनाबाद ट्रस्ट की समस्या का समाधान निकालेंगे |