दारुल उलूम देवबंद का बक़रीद पर बड़ा बयान
लखनऊ,संवाददाता | आने वाले बक़रीद के त्यौहार के मद्दे नज़र मुसलमानों में बेचैनी साफ़ तौर से देखी जा सकती है | कोरोना वायरस पर लगाम लगाने की गरज़ से जहाँ पूरे विश्व में लॉकडाउन जारी है वहीँ उत्तर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन का सिलसिला अभी बंद नहीं हुआ है | ख़ास बात ये है कि मुसलमानों ने अपना सबसे बड़ा त्यौहार, ईद व शबे-बारात भी पूरे संयम के साथ मनाया | लेकिन बकरीद मुसलमानों का बहुत ही बड़ा पर्व है। बकरों की कुर्बानी देना और ईदगाह में नमाज पढ़ना आवश्यक होता है। ऐसे हालात में दारूल उलूम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुज़ारिश करते हुए कहा कि मुसलमानों के इस पर्व को पारंपरिक ढंग से मनाने की अनुमति प्रदान की जाए। यही नहीं दारुल उलूम देवबंद ने कहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मुसलमानों को मस्जिदों में नमाज अदा करने की अनुमति तथा पशुओं की खरीद और कुर्बानी के लिए जरूरी सुविधाएं प्रदान की जाएं ।
दारूल उलूम देवबंद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर बकरीद को बंद से मुक्त रखने का आग्रह किया है। इस बार बकरीद का त्यौहार एक या दो अगस्त मतलब शनिवार या रविवार को पड़ रहा है। इन दो दिनों में प्रदेश में पूर्णबंदी लागू रहती है। ऐसे में मुसलमान अपने धार्मिक दायित्व का पालन नहीं कर पाएंगे। दारूल उलूम के नायब मोहत्मिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने आज संवाददाताओं को बताया कि मुसलमानों ने कोरोना संक्रमण के चलते अभी तक सभी सरकारी नियमों और सावधानियों का पूर्ण रूप से पालन किया है।
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