लखनऊ(संवाददाता) गणेश चतुर्थी के मौके पर आज राजधानी के विभिन्न पंडालों में विघ्नहर्ता को शहर व देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को संकटों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई और ऋद्धि-सिद्धि के साथ पधारो गौरी पुत्र गणेश, कुटुंब सहित सब देव पधारो ब्रह्मा विष्णु महेश और पूज्य भगवान गणेश को पंडालों में विराजमान किया गया। भजन – कीर्तन के साथ-साथ शहनाई और ढोल नगाड़े बजा कर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की गई।इस चल रहे उत्साहित श्रद्धालु नारे लगते हुए चल रहे थे |
श्री गणेश उत्सव मंडल, अमीनाबाद की ओर से आयोजित सात दिवसीय पंडाल में एक बजे विधि-विधान के साथ भगवान गणेश अभयमुद्रा में विराजमान हुए। मो. इकलाख ने शहनाई की धुनों से जब भगवान गणपति की स्वागत किया ,तो श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए ।पूर्व प्रधानमन्त्री स्व. अटल जी का लखनऊ से पुराना रिश्ता होने के नाते इस बार की पूजा उनको समर्पित की गई है। सांस्कृतिक संध्या व बाल मेला आयोजन आकर्षण का केंद्र रहा।अमीनाबाद की इस कमेटी का यह पंडाल हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के लिए भी प्रख्यात है। बताते चलें की जिस तरह मुस्लिम त्योहारों में हिन्दू भाईचारे की मिसाल बनते आए हैं ठीक वैसे ही शहनाई वादक मो. इकलाख पिछले 25 वर्षों से पंडाल में भगवान गणेश को भजन समर्पित करते हैं। यही नहीं पटाखा विक्रेता मो. साबिर हर वाश मूर्ति की स्थापना के बाद 21 गोलों की सलामी देते हैं और पंडाल सजाने का दायित्व भी परवेज निभाते हैं |
श्रीश्री सिद्धि विनायक सेवा समिति की ओर सीतापुर रोड स्थित श्री गणेश महोत्सव पंडाल पीली कोठी में पीली कोठी के राजा मंत्रोच्चार के बीच सवेरे नौ बजे विराजमान हुए। जानकारी के अनुसार सात दिवसीय इस आयोजन में प्रातः नौ बजे पूजन व आरती, शाम सात बजे भजन कथा होगी।