कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर किसानों का विशाल प्रदर्शन
लखनऊ,संवाददाता | संसद द्वारा सितंबर में पारित तीन कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने को लेकर किसानों ने आज जमकर प्रदर्शन किये | प्रदेश के गाजीपुर के पास से आंदोलनरत किसानों ने लगाए गए अवरुद्ध को तोड़कर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने का ज़बरदस्त प्रयास किया । सूत्रों की माने तो पुलिस द्वारा हलके बल प्रयोग के बाद किसानों को नियंत्रित किया जा सका और किसानों को दिल्ली की ओर जाने से रोका जा सका ।
काले क़ानून के विरुद्ध हजारों किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने के लिए गाजीपुर सीमा पर और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर घेराबंदी की। दोपहर के करीब 100 ट्रैक्टरों के विरोध स्थल पर पहुंचने के बाद भीड़ भड़क उठी ।
जब सुबह किसानों ने एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध कर दिया था, तो एसपी (सिटी) ज्ञायेंद्र गाजियाबाद ने कहा था कि पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही दिल्ली की ओर जाने वाली प्रमुख सड़कों से नाकाबंदी खत्म हो जाएगी। लेकिन उनके द्वारा दिया गया बयान सत्यता की कसौटी पर खरा नहीं उतरा |
किसान पिछले आठ दिनों से दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। सिंघु सीमा पर हजारों किसान डेरा डाले हुए हैं, जबकि कई अन्य समूह टीकरी बॉर्डर पर टिके हुए हैं। इसके अलावा दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर व चिल्ला में किसान आवागमन बाधित किए हुए हैं।
हालांकि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कानून किसानों को बेहतर अवसर प्रदान करेंगे। सरकार ने विपक्षी दलों पर किसानों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया है।
बताते चलें कि सभी की नज़रें अब किसान यूनियनों और केंद्र के बीच जारी चौथे दौर की वार्ता पर टिकी हैं।
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