प्रदेश को दी 3897 करोड़ रुपये की 99 परियोजनाओं की सौगात दी
लखनऊ (सवांददाता) लखनऊ में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे के लिए लखनऊ पहुंच गए उन्होंने लखनऊ पहुंचते ही इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यशाला में शिरकत की | कार्यशाला का आयोजन स्मार्ट सिटी, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और अमृत योजना के तीन वर्ष पूरे होने पर किया गया था | इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों से बातचीत करने का मौका मिला। इस योजना के तहत गरीबों के जीवन को बदलते हुए देखना बेहद खुशी की बात है।पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि प्रदेश के तीन शहरों में मेट्रो चलाने की तैयारी की जा रही है। आपको बता दूं कि दिल्ली मेट्रो की योजना को जमीन पर उतारने का काम अटल बिहारी बाजपाई जी ने ही किया था। हम जनता के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यूपी में योगी सरकार आने से पहले का भी मुझे अनुभव है। हम काम करना चाहते थे। पैसे देते थे, लेकिन प्रदेश की तत्कालीन सपा सरकार हमारी मदद नहीं करती थी। मोदी ने कहा कि आजकल मुझ पर आरोप लगाया जाता है कि मैं चौकीदार नहीं भागीदार हूं। मोदी ने कहा कि मैं इस इल्जाम को इनाम मानता हूं। मैं गरीबों को घर दिलाने की कोशिश का भागीदार हूं। मैं गरीबों के दुख-दर्द का भागीदार हूं। उन्होंने कहा कि मैं गरीबों के दुख कम करने का मकसद लेकर काम कर रहा हूं। मैं इसका भागीदार हूं। इसका मुझे गर्व है। मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि भारत की जनता के लिए एक ऐसे सिस्टम का निर्माण करूँ जो ‘फाइव ई’ पर आधारित हो। जिसका मतलब ईज ऑफ लिविंग, एजूकेशन, इम्प्लॉयमेंट, इकॉनामी और इंटरटेनमेंट हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में 21 प्रतिशत आबादी शहरी क्षेत्रों में रहती है। स्मार्ट सिटी, अमृत योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना से शहरों में लोगो का जीवन बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार प्रदेश के 653 सभी नगर निकायों को स्वालंबी बनाने का कार्य कर रही है। प्रदेश में स्वच्छता मिशन के अन्तर्गत 15 जुलाई से 50 माइक्रॉन से कम की पॉलीथीन को प्रतिबंधित किया गया है। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि स्मार्ट सिटी दुनिया का सबसे बड़ा शहरीकरण कार्यक्रम है। इसके द्वारा हम देश को बदल देंगे। हरदीप ने कहा कि भारत की आजादी के समय 17 फीसदी आबादी शहरों में रहती थी। 2030 तक करीब 60 करोड़ लोग शहरों में रहेंगे, जिसके लिए हम योजना बना रहे हैं।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाएं आज पूरी होती नजर आ रही हैं। जो लोग इन्हें करीब से देख रहे हैं, वह इनकी जमीनी हकीकत समझ रहे हैं। प्रधानमंत्री खुद को प्रधानसेवक कहलाना पसंद करते हैं, लेकिन एक सेवक कितना दूरदृष्टा हो सकता है यह प्रधानमंत्री ने साबित कर दिया है। सरकार नगरीय निकायों को अपने पैरों पर खड़ा करने को लेकर प्रतिबद्ध है। इसके लिए हमने स्टॉक एक्सचेंज के दरवाजे खोले हैं। जहां से वह पैसा लेकर शहरों के विकास में लगा सकेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के अमौसी एयरपोर्ट पर पहुंचने के समय राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मौजूद थे| और मोदी का एयरपोर्ट पर ही सभी ने ज़ोरदार स्वागत किया। स्मार्ट सिटी, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और अमृत योजना के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर उन्होंने प्रदेश को 3897 करोड़ रुपये की 99 परियोजनाओं की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया , उनमें से 350 करोड़ की पांच परियोजनाएं शहर से जुड़ी हैं। इन्हें हरी झंडी मिलते ही राजधानी के औद्योगिक विकास को नया मुकाम हासिल हो जाएगा। बीते फरवरी माह में इंवेस्टर्स समिट के बाद राजधानी में बड़े प्रोजेक्ट शुरू कराने की कवायद शुरू हुई थी। इस दौरान कारोबारियों ने 61 बड़े प्रोजेक्ट शुरू करने की इच्छा जताई थी। अब तक पांच परियोजनाओं को शुरू कराने की औपचारिकता पूरी की गई है। औद्योगिक विकास से जुड़े ये प्रोजेक्ट अमौसी, मोहनलालगंज व चिनहट में शुरू होंगे। इन परियोजनाओं में सर्वाधिक 205 करोड़ का निवेश करने का हौसला रक्षा क्षेत्र से जुड़ी मैसर्स पीटीसी इंडस्ट्रीज ने दिखाया है। मैसर्स अनहिता हॉस्पिटल्टी ने 75 करोड़, कूड़े से बिजली बनाने वाली मैसर्स इको ग्रीन इंडस्ट्रीज ने 30 करोड़, मैसर्स ब्राउन बेकरी व मैसर्स इंटरनेशनल फ्लाइट किचन 20-20 करोड़ रुपये का निवेश करने को तैयार हैं। पीटीसी सेना के उपयोग में आने वाले हवाई जहाज, टैंक, ट्रक और अन्य युद्धक साज-ओ-सामान से जुड़े कलपुर्जों (जरूरी पार्ट्स) का निर्माण करती है। पूरे देश में टाइटेनियम पार्ट्स बनाने वाली एकमात्र कंपनी है, जो अमौसी में निर्माण इकाई की स्थापना पर 205 करोड़ का निवेश करने की इच्छुक है। इन पांच परियोजनाओं के पूरा होने से जहाँ उन इलाकों में मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा वहीं प्रोजेक्ट शुरू होने के साथ ही औद्योगिक इकाई में कामकाज के लिए प्रशिक्षित पॉलीटेक्निक व आईटीआई संस्थाओं के छात्र-छात्राओं के साथ ही फूड प्रोसेसिंग, फूड मेकिंग से जुड़े युवाओं को भी रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। इन इकाई के निर्माण स्थल से जुड़े इलाके भी कामगारों की संख्या बढ़ने से विकसित होंगे और अन्य छोटे व्यवसाय विकसित होने से स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।