(ज़की भारती)
लखनऊ; 1 अगस्त / 30 जुलाई को हजारगंज थाना क्षेत्र में स्थित एकिस्स बैंक के सामने कैश वैन लूट व हत्या के मामले में जहा प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को अपने विपक्षियों के व्यंग सुनने पड़े वही प्रदेश के डीजीपी सहित पुलिस की निष्क्रयता पर भी प्रशन उठ रहे है| कानून व्यवस्था के नाम पर सिर्फ वाहन चेकिंग, हैलमेट चेकिंग, बैंकों की चेकिंग और मॉक ड्रिल के अलावा कुछ भी नहीं हुआ| चौकाने वाली बात है कि एक अकेला बदमाश राजभवन कालोनी, कानून मंत्री, एडीजी कानून व्यवस्था और कुछ ही निकट मुख्यमंत्री आवास जैसे इलाके में दुस्सहासिक घटना को अन्जाम देता है और आराम से गुजर जाता है|ऐसी वीआईपी क्षेत्र में कैश वैन से साढ़े छ: लाख रूपए की लूट, गनमैन इंद्रमोहन 50 की हत्या और ड्राइवर राम सेवक के साथ ही कस्टोडियन उमेश को गोली मारकर घायल करने वाला भले ही कितना हिम्मत वाला शातिर बदमाश हो मगर ये तय है कि उसे खाक़ी का ज़रा भी खौफ नहीं था| घटना के बाद जहाँ फोरेसिंक टीम ने कैश वैन से फिंगर प्रिंटस लिए वही तमाम पुलिस के उच्चअधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे | इस हत्या व लूट के मामले में अगर सीतापुर के मछरेहटा निवासी हिस्ट्रीशीटर संतोष मिश्रा को पुलिस गिरफ्तार करती हैं तो ये सेहरा जहाँ सीसीटीवी फुटेज को जायेगा वही बिना हैलमेट बाइक चलने वाले हत्यारे को भी जायेगा|
कैश वैन लूट व हत्या मामले में ये हुई अबतक पुलिस की कार्रवाई
बताते चले कि नीचे दी गई तस्वीर उस युवक की हैं जिसने सम्पूर्ण घटना की वीडीओ बनाई थी|आज ही एसएसपी के प्रवक्ता ने जनहित में जारी इस तस्वीर के सम्बन्ध में कहा कि जो कोई इस युवक को जानता हो वो एसएसपी के मोबाईल नंबर पर सूचना दे सकता हैं| अब हम आपको बताते हैं कि इस मामले के खुलासे के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने जनपद लखनऊ कि 8 टीमों को घटना के अनावरण एवं गिरफ़्तारी हेतु बॉर्डर के सभी जनपत को सघन चेकिंग व नाकाबंदी के निद्रेश देते हुए विगत 10 वर्षों में लूट की घटना खासकर कैश वैन लूट में प्रकाश में आए अभियुक्तों कि धरपकड़ के निर्देश दिए है | इसके अलावा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस पर भी पुलिस कार्य कर रही है | यही नहीं अपराधी के मोडस ऑपरेंडी को ध्यान में रखते हुए पुलिस के डेटाबेस में मौजूद इस तरह के अपराधियों के फिल्टरेशन व जीरोइंग का कार्य तेजी से जारी है | शीघ्र ही घटना का अनावरण कर लिया जाएगा| जब्कि सदिग्घ की फोटो जारी कर एसएसपी लखनऊ ने 9454401502 मोबाईल न० भी जारी किया है जिससे सदिग्घ की तस्वीर देखकर उसके बारे में जानकारी दे सके| बताते चले कि जानकारी देने वाले को 50 हजार रूपए का पुरस्कार भी दिया जाएगा| जनपद व गैरजनपद के 50 अपराधियों को चिन्हित किया गया है, जिसमे 10 अपराधियों को शार्ट लिस्ट में शामिल किया गया है| जिनके बारे में पूछताछ व तलाश जारी है| लखनऊ व आसपास के 50 स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किये गए हैं| जिसके आधार पर पुलिस की कई टीमें गठित कर गैर जनपद भेजा गया हैं |अब थाना हजरतगंज क्षेत्र के अंतर्गत हाई सिक्योरिटी ज़ोन में शांति- व्यवस्था हेतु एसएसपी लखनऊ ने 3 शिफ्टों में पुलिस की ड्यूटी लगाई हैं, जिससे शांति-व्यवस्था क़ायम रहे|
बदलवाना होगा हैलमेट का आकार वरना मुश्किल होगा स्केच भी
आज अगर देखा जाए तो अधिकतर इस तरह की घटनाओं का खुलासा सीसीटीवी फुटेज से ही होता हैं | जिसके आधार पर पुलिस स्केच तैयार करवाती हैं और जिससे वो स्केच फोटों मिलता-जुलता हैं उसको हर प्रकार से ट्रेस किया जाता हैं और आख़िरकार पुलिस को सफलता मिलती हैं| लेकिन एक बात ये भी गौरतलब हैं कि अगर अपराधी हैलमेट लगाए होता तो पुलिस को स्केच बनवानातो दूर की बात हैं अभी तक किसी कार्रवाई करने भी अवसर नहीं मिलता| बताते चले कि एसएसपी मंजुल सैनी के समय लखनऊ के सआदतगंज कोतवाली के बेहद समीप हुए श्रवण साहू हत्याकांड का खुलासा भी सीसीटीवी फुटेज के अनुसार हुआ था| वैसे तो हत्यारा, दुकान तक हैलमेट लगाकर आया था,लेकिन साहू की हत्या से पूर्व उसने हैलमेट उतारकर हाथ में ले लिया था और दूसरे हाथ में रिवाल्वर निकालता हुआ स्पस्ट दिखाई दिया था जिसके आधार पर वो गिरफ्तार हो सका था| ज़ाहिर हैं जो हैलमेट आजकल लोग लगा रहे हैं वो अपराधियों के लिए सुरक्षा कवच हैं| इसलिए इसकी बनावट ऐसी होना चाहिए कि चेहरा स्पस्ट नज़र आए|
तेरा-मेरा क्षेत्र का बदलना होगा कानून
जैसे कि घटना को देखने वाले चश्मदीद लोगों ने मुख्य चौराहें पर स्थित पुलिस बूथ जाकर घटना कि सुचना दी तो ये कहकर उन पुलिस कर्मियों ने इस घटना पर कार्रवाई से अपना दामन झाड़ लिया कि वो मेरा क्षेत्र नहीं हैं | हालाँकि उसका क़ानून के मुताबित ये कहना गलत नहीं था | क्योकि हर क्षेत्र का सी.ओ अलग हैं और एसपी अलग हैं| लेकिन जिसदिन अपरध को रोकने के लिए सीमा पर से अंकुश हट जाएगा उस दिन आम नागरिक भय मुक्त समाज में जीने लगेगा| यदि सीमा विवाद का प्रकरण नहीं होता तो हत्यारे के पैरो पर भी गोली मारकर न सिर्फ उससे लूटी गई राशि वापस ले ली जाती बल्कि उसे गिरफ्तार हुए आज तीसरा दिन होता |