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एएमयू में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर आज फिर हुआ माहौल ख़राब

लखनऊ (सवांददाता)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भारत के बटवारे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर आज एक बार फिर माहौल ख़राब हो गया । यूनिवर्सिटी की मौलाना आजाद लाइब्रेरी में दो अक्टूबर पर गांधी जी से जुड़ी किताब, तस्वीर, पत्र आदि पर दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। प्रदर्शनी में जिन्ना के साथ महात्मा गांधी की तस्वीर को रखा गया था। इस तस्वीर को लेकर हंगामा हो गया। इस मामले पर एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। आज कुछ मीडिया कर्मीयों ने एएमयू की लाइब्रेरी पहुंच कर जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने के बारे में पूछा तो वहां कर्मचारियों के साथ कुछ छात्र भी वहां आ गए और पत्रकारों के इस सवाल पर हंगामा हो गया। एडमिनिस्ट्रेशन ने गांधी जी के साथ जिन्ना की तस्वीर लगाने पर लाइब्रेरियन डॉ. अमजद अली को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। लाइब्रेरियन का कहना है कि हर साल प्रदर्शनी में ये तस्वीर लगाई जाती रही है। फिर इस बार क्यों नोटिस दिया गया है। लाइब्रेरियन के बयान के अनुसार जब ये तस्वीरें लगती चली आ रही हैं तो आखिर इस मुद्दे को हवा क्यों दी जा रही थी | खास बात ये हैं कि देश की आज़ादी के समय जिन्ना ने भी भारत को आज़ाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी और आज़ादी के बाद षड्यंत्र के तहत कुछ कट्टरपंथियों ने जिन्ना को इस्तेमाल करके देश का बटवारा करवा दिया था | अगर आज महात्मा गाँधी के साथ जिन्ना की तस्वीर लगाई गई तो इसमें आखिर क्या बुरा हुआ हैं |

देश में अराजकता का माहौल पैदा करने वालों को सोचना चाहिए कि हम भारतीय हैं | लेकिन आज की मानसिकता बदल चुकी हैं, लोग इतिहास भूल चुके हैं | हमें याद रखना चाहिए कि जिन अंग्रेजों ने भारत में कब्जा करके हम भारतियों पर अत्याचार किये आज उन्ही के नाम पर जहां अस्पताल हैं वही उनकी क़ब्रे भी भारत माता के सीने में समय हुई हैं | चाहे औरंगज़ेब हो, चाहे बाबर हो, चाहे महमूद गजनवी रहा हो सभी की आज भी भारत कड़े शब्दों में निंदा करता हैं | आज पाकिस्तान के आतंकवाद के कारण भारत का हर नागरिक पाकिस्तान को बुरा कहता हुआ नज़र आता हैं , तो वो गलत नहीं हैं क्योकि पाकिस्तानी सरकार आतंकवादियों के विरूद्ध संजीदा नहीं हैं | लेकिन इसका मतलब ये नहीं हैं कि पुराने भारतीय लोगों को जो पाकिस्तान में बस चुके हैं और उनमे से देश की आज़ादी के लिए जंग करने वाले महापुरषों से नफरत की जाये | बताते चलें कि एएमयू छात्रसंघ के यूनियन हॉल में पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर पहले भी विवाद हो चुका था।

 

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