लखनऊ,संवाददाता। ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास के अवास, अवध प्वाइंट नक्खास,लखनऊ में आज 15 अप्रैल को एक प्रेसवार्ता का आयोजन हुआ । जिसे ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद साएम मेंहदी और बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने सम्बोधित किया।
मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि आज से 101 वर्ष पूर्व जन्नतुल-बकी मदीना में रसूले इस्लाम स.अ. की बेटी जनाबे फातिमा स.अ. और हमारे 04 इमामों के रौज़ों को आले सऊद ने ध्वस्त कर दिया था । जिसके विरोध में हर साल प्रर्दशन होते हैं और रौज़ों को दोबारा निर्माण कराने की मांग की जाती है। लेकिन सऊदी अरब हुकूमत ने न तो रौज़ों को बनवाया है और न ही हमें बनाने की इजाज़त देती हैं।
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि इस्लाम धर्म में ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं है अपने नज़रयात जबरदस्ती दूसरों पर लादने को इस्लाम मना करता है। लेकिन सऊदी अरब अपनी विचारधारा को समस्त मुसलमानों पर लागू करना चाहता है। इसी संदर्भ में मेरी ओर से 17 अप्रैल, 2024 को दिन में 12:30 बजे, शहीद स्मारक, लखनऊ में सऊदी हुकूमत के खिलाफ एक विशाल विरोध प्रर्दशन का आयोजन किया गया है। जो शान्तिपूर्ण तरीके से सऊदी अरब हुकूमत के खिलाफ होगा जिसमें बड़ी संख्या में उलेमा, खुतबा, मातमी अन्जुमनें, शोअरा और बहुत बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने बड़ी संख्या में लोगों से इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।
आज की प्रेसवार्ता में मौलाना मिर्ज़ा जाफर अब्बास, मौलाना एजाज़ अतहर, मौलाना इन्तिज़ाम हैदर समेत कई अन्य धर्म गुरू शामिल हुए।