लखनऊ (सवांददाता) बसपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज अपने दिए बयान में जहां भाजपा पर बढ़ती मॅहगाई का आरोप लगाया वही उन्होंने भाजपा भी कॉग्रेस की राह पर चल रही है कहकर शायद ये सन्देश दे दिया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वो कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने वाली हैं| उन्होंने देश में बढ़ती हुई मॅहगाई के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है| उन्होंने भारत बंद के लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि तेल की बढ़ी कीमतों पर नरेंद्र मोदी सरकार का रवैया बेहद अडिय़ल है। भाजपा के इसी रुख के कारण महंगाई बढ़ी और जनता की कमर टूट रही है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की तेल नीति अव्यवहारिक है।
मायावती ने कहा कि सरकार के मुताबिक पेट्रोल की कीमतें उनके काबू में नहीं है। मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को नाराज नहीं करना चाहती। जून 2010 में पेट्रोल को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया गया। जिसे भाजपा ने भी जारी रखा है। इसे तो देखकर लगता है कि देश में तेल की कीमतों पर केन्द्र सरकार का रवैया अडिय़ल है।
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के इस बात के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है कि तेल कीमतों का नियंत्रण उनके हाथ में नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहे तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों को काबू कर सकती है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों को सरकारी नियंत्रण से बाहर रखने की शुरुआत कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए 2 की सरकार में हुई थी। भाजपा भी अब उसी राह पर चल रही है जिसने डीज़ल को भी सरकारी नियंत्रण से बाहर कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में भाजपा पर आरोप लगने के साथ ही कांग्रेस को भी लपेट लिया | उन्होंने कहा कि डीज़ल को डीरेग्यूलेट कर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। सरकार पूंजीपतियों की मदद कर रही है।पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत को लेकर कांग्रेस के भारत बंद से दूरी पर मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी गरीबों, दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों के हितों की लड़ाई लड़ती है। उसके विरोध का तरीका भी अलग होता है। भारत बंद के दौरान कुछ राज्यों में हिंसा हुई, जिसका हमारी पार्टी समर्थन नहीं करती।
मायावती ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा को कांग्रेस की ही टीम बताया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार अपने उद्योगपति दोस्तों को नाराज नहीं करना चाहती इसलिए पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं करना चाह रही है। वर्तमान सरकार पूर्व की यूपीए सरकार की तरह ही वही फैसले ले रही है। जिसके लिए पिछली सरकार की आलोचना हुई थी। उन्होंने कहा कि महंगाई के मुद्दे पर भाजपा-कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।
मायावती ने कहा कि पिछली यूपीए सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा उसे भुगतना पड़ा था, जनता ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया था। अब उसी राह पर केंद्र की मोदी सरकार भी चल रही है, जनता आने वाले चुनावों में इन्हें भी सबक सिखाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अपनी देशविरोधी नीतियों के चलते बीजेपी सत्ता खो देगी।