लखनऊ (सवांददाता) भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कोलकाता की जनता ममता सरकार से त्रस्त हो चुकी है और यहाँ की जनता बदलाव चाहती है| उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि एनआरसी मामले पर ममता बनर्जी जो चाह रही है वो सिर्फ वोट बैंक हासिल करने के लिए एक सोची समझी राजनीती के अलावा और कुछ नहीं |उन्होंने कहा कि एनआरसी मामले पर जब यहाँ भाजपा सरकार होगी तो हरहाल में किसी भी शरणार्थी को नहीं ठहरने दिया जायेगा क्योकि ये शरणार्थी न सिर्फ बंगाल के लिए नुकसानदेह हैं बल्कि सम्पूर्ण भारत के लिए खतरा हैं| उन्होंने कहा कि इस बार यहाँ कमल का फूल जरूर खिलेगा| बताते चले कि आज की इस रैली में आने वाले कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की बस पर बीती रात कुछ लोगों ने हमला किया था| रैली स्थल पर लगे तृणमूल कांग्रेस के झंडों से ये पता नहीं चल पा रहा था कि आज किसकी रैली है| इसके अलावा भी भाजपा विरोधियों ने अमित शाह के काफिले को काले झंडे भी दिखाए इसके अलावा कई स्थानों पर गोबैक अमित शाह के नारे भी लगाए गए| जहाँ एक तरफ अमित शाह की रैली का आयोजन हुआ वहीं दूसरी तरफ टीएमसी ने अमित शाह को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए माफी मांगने को कहा है। बता दें कि अपनी रैली में अमित शाह ने बंगाल से टीएमसी को उखाड़ फेंकने की बात कही थी। एनआरसी की चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा था कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह ममता बनर्जी हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी इसलिए एनआरसी का विरोध कर रही हैं क्योंकि घुसपैठिए तृणमूल कांग्रेस का वोट बैंक हैं।
ऐसे में टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने उनके इस बयान का पलटवार करते हुए कहा कि अमित शाह बंगाल की संस्कृति नहीं जानते। जो कुछ भी उन्होंने कहा है वो बंगालियों का अपमान है। उन्होंने अमित शाह की रैली को फ्लॉप बताते हुए उन्हें माफी मांगने का अल्टीमेटम दे डाला है। डेरेक ने शाह को माफी मांगने के लिए मात्र 72 घंटे की मोहलत दी है।
इससे पहले अमित शाह ने बंगाल में क्रांति लाने की बात कहते हुए परिवर्तन लाने का भरोसा दिया। उन्होंने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि ‘कार्यकर्ताओं की हत्या करके कोई बच नहीं सकता है। ममता बनर्जी आप वामपंथियों का शासन याद कर लीजिए। मैं यहां आए लोगों से अपील करता हूं कि यहां से टीएमसी को उखाड़ फेंकना है।’